श्री प्रजापति समाज

कुम्भ अर्थात कलश का प्राचीन काल से महत्त्व चला आ रहा है,कलश के शीर्ष, मध्य व अंतिम तल भाग में तीनो ब्रह्मा,विष्णु व सदाशिव का निवास माना गया है जिसके चलते कलश का वर्तमान में भी धार्मिक महत्त्व है।मिट्टी का कलश मात्र कलश नही देवताओं का निवास स्थल है,और जो इस कलश का निर्माता है, उसका सम्मान अपने आप ऊपर हो जाता है।

शुक्रवार, 1 नवंबर 2019

प्रजापति समाज के मूल गौत्र


प्रस्तुतकर्ता सुरेश कुम्हार प्रजापति पर 2:28 pm कोई टिप्पणी नहीं:
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