सोमवार, 6 मई 2013


                     युवा अब क्यों भटगेगा ?

कुम्हार प्रजापति समाज विश्व भर में अपने ईमानदारी और मेहनत के लिये जाना जाता हैं, परंतु आज भारत भर में मिट्टी का काम करने वाले समाज को अभी भी कोई खास मौका नही दिया गया। कुछ स्वार्थी रजनीति प्रवृत्ति के लोगों ने राजस्थान प्रदेश में इस समाज को मजबूत प्रदान करने की अपेक्षा कुम्हार/ कुमावत/ क्षत्रिय कुमावत / प्रजापति में बाँटकर टूकडे-टूकडे करने की कोशिश की जा रही है । सरकार के गजट नोटिफिशन में क्षत्रिय कुमावत नाम का शब्द है ही नही सरकार के गजट में कुम्हार, प्रजापति, कुमावत शब्द ही है ।
राजस्थान में समाज के अनेक संगठन है जो मात्र संगठन के पदाधिकारियों तक फैले है और संगठन के लेटर-पेड का मात्र अपने स्वार्थ के लिये उपयोग करते है ।
राजस्थान प्रजापति विकास परिषद जिसका कार्यालय व अध्यक्ष दोनो एक ही जगह पर है । राजस्थान प्रजापति विकास परिषद खुद पिछले कई सालों से निष्क्रिय की तरह रही है और इसके वर्तमान पदाधिकारी भी यह जानते है की वे समाज के संगठन के नाम पर जयपुर में गोंठ ( जीमण ) का आयोजन कर लेते हैं ।
राजस्थान प्रजपति विकास परिषद के पदाधिकारियो को भी समाज की जागृति के मजबूत कदम उठाने चाहिये ।
समाज की संतशिरोमणि श्रीयादे देवी के नाम पर श्रीयादेशक्ति सेना का भी नाम आ रहा है ।  परंतु ये सभी संगठन कही समाज का सम्मेलन या समूहिक कार्यक्रम होता है तो वहाँ  पहुँच जाते है और समाज इनको माला  मंच व माइक देकर सम्मान करता है ।
   राजस्थान कुम्हार कुमावत महासभा जिसने  राजस्थान में समाज के टूकडो को जोडने का प्र्यास किया और
 21 अप्रेल को अमरुदो के बाग जयपुर में विशाल जागरुकता रैली का आयोजन किया । समाज के नाम मात्र लेटर-पेड पर समाज को जगाने वाले संगठन में सक़्माज की एकता शायद नजर नही आई । मेरे युवा साथियों भटकना छौडो दुसरों की तरफ माता देखो, समाज के स्वार्थी तत्वों की तरफ ध्यान मत दो ,जीवन में आप स्वयं अपने पथ प्रदर्शक बनों वार्ड पंच,सरपंच जिला परिषद विधान सभा चुनावों के लिये  आप स्वयं तैयार रहो ।
        11 जय श्रीयादे माता 11 
          11 जय समाज !!
                                                  सौजन्य:-
                                               श्री रामरतन जी(गोविन्दगढ)
                                                   मो. 08890769811    
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